ओरछा/भोपाल.मध्यप्रदेश के आेरछा में दो दूल्हे नदी के बहाव की वजह से एक किनारे पर फंस गए। नदी के उस पार दुल्हन उनका इंतजार कर रही थी लेकिन बरात के साथ नदी पार कैसे हो, यही ख्याल सबके मन में आ रहा था। दूल्हे तो बोट से दूसरे
किनारे पहुंच गए लेकिन बरातियों को ट्यूब के सहारे उफनती नदी में तैरकर जाना पड़ा।क्या है मामला...
-जामनी और बेतवा नदियों के बीच बसे सिंहपुरा, लोटना गांव बाढ़ से टापू में बदल गए हैं।
-दोनों गांवों के लोगों के आवागमन के रास्ते बंद हो गए हैं। 13 जुलाई को तय गांव के दो युवकों की शादी बड़ी मुश्किल से हो सकी।
- दोनों दूल्हे और परिजन गांव में फंसकर रह गए थे। उन्होंने फोन पर ओरछा तहसीलदार को शादी की सूचना दी।
- बुधवार सुबह रेस्क्यू टीम नाव से सिंहपुरा और लोटना गांव पहुंची और दोनों दूल्हों, परिजनों को नाव से ओरछा लाई।
दोनों नदियों के उफान पर होने से निकलना मुश्किल
-तहसीलदार ने बताया कि रतिराम यादव के बेटे जीतू यादव की शादी 13 जुलाई को थी।
-तहसीलदार ने बताया कि रतिराम यादव के बेटे जीतू यादव की शादी 13 जुलाई को थी।
-बारात जिले के मौनपुरा जाना थी, लेकिन दोनों नदियों के उफान पर होने से निकलना मुश्किल था। इसके अलावा लोटना गांव के ही यशपाल की शादी भी बुधवार को होना थी।
-बारात निवाड़ी ब्लॉक के शक्तिभैरव गांव जाना थी। मंगलवार रात परिजनों ने फोन पर सूचना दी।
- सुबह से रेस्क्यू टीम को रवाना किया गया। कुछ घंटे बाद टीम के सदस्य दोनों दूल्हों और परिजनों को भी ओरछा लाया गया।
-दोपहर में जीतू की बरात मौनपुरा के लिए रवाना हुई। यशपाल की बारात शक्तिभैरव के लिए निकली। रात में दोनों युवकों की शादी हो सकी।