कबाली मूवी ट्रेलर
ऐसा शायद पहली बार हुआ है जब साउथ की कोई फिल्म हिंदी में डब होकर दिल्ली एनसीआर में सवा सौ स्क्रीन्स पर रिलीज हुई हो, इतना ही नहीं दिल्ली एनसीआर में रजनी सर की इस फिल्म को तमिल, तेलुगू, हिंदी के अलावा बांग्ला में भी रिलीज किया गया। जहां साउथ में इस फिल्म के शो सुबह साढ़े तीन बजे से शुरू हुए तो दिल्ली में भी सुबह 9 बजे से शो हुए। देशभर में चार हजार और दुनिया में करीब आठ हजार स्क्रीन्स में रिलीज हुई इस फिल्म के क्रेज को देखते हुए ट्रेड पंडितों ने इस फिल्म की पहले दिन की कलेक्शन का आंकड़ा चालीस करोड़ से ज्यादा होने की भविष्यवाणी कर रखी है। वैसे भी रजनी सर की इस फिल्म के डायरेक्टर पी. रंजीत के नाम इससे पहले ही अटकत्ती और मद्रास जैसी सुपर हिट फिल्में दर्ज हैं। ऐसे में रजनीकांत की इस नई फिल्म में रजनी फैंस के लिए बहुत कुछ है।
कहानी: कबालीशरण (रजनीकांत) मलयेशिया में कबाली के नाम से जाना जाता है, मलयेशिया की एक जेल से गैंगस्टर कबालीशरण की पूरे पच्चीस साल के बाद अब रिहाई हो रही है। कबाली की रिहाई को लेकर पुलिस-प्रशासन काफी सकते में है, पुलिस के साथ प्रशासन को भी यकीन है कि कबाली के जेल के बाहर आने के बाद शहर में अफरातफरी का माहौल होने के अलावा अपराध भी कई गुना बढ़ सकता है। दरअसल, कबाली अब भी उन लोगों को नहीं भूला है कि जिनकी वजह से उसने अपनी लाइफ का बड़ा हिस्सा जेल में गुजारा, सो पुलिस को लगता है कबाली जेल से छूटने के बाद अपने इन दुश्मनों को किसी भी कीमत पर नहीं छोड़ेगा। इस बीच शहर में सक्रिय हुआ एक दूसरा गैंग जिसकी पहचान 43 से है, जेल से कबाली के बाहर आने का इंतजार कर रहा है। ऐसे में, कबाली जेल से जब छूटकर बाहर आता है तो हैरान रह जाता है, कबाली गैंग के लोग अब भी गैरकानूनी काम करने में लगे हैं, लेकिन इन लोगों ने भी अपने नियम बना रखे हैं। जेल जाने से पहले कबाली ड्रग्स और जिस्मफरोशी से नफरत करता था, कबाली पहले ही अपनी खूबसूरत बीवी रूपा (राधिका आप्टे) के साथ बेटी भी खो चुका है। अब जब कबाली जेल से बाहर आ चुका है तो गैंग के लोगों को डर है कि कबाली उनके गैंरकानूनी धंधे को हमेशा के लिए खत्म कर देगा। मलयेशिया और भारत के बीच पनपती इस कहानी में कई ऐसे टर्निंग पॉइंट्स भी आते हैं जब दर्शक कबाली के अलग-अलग लुक और स्टाइल देखते हैं।
ऐसा शायद पहली बार हुआ है जब साउथ की कोई फिल्म हिंदी में डब होकर दिल्ली एनसीआर में सवा सौ स्क्रीन्स पर रिलीज हुई हो, इतना ही नहीं दिल्ली एनसीआर में रजनी सर की इस फिल्म को तमिल, तेलुगू, हिंदी के अलावा बांग्ला में भी रिलीज किया गया। जहां साउथ में इस फिल्म के शो सुबह साढ़े तीन बजे से शुरू हुए तो दिल्ली में भी सुबह 9 बजे से शो हुए। देशभर में चार हजार और दुनिया में करीब आठ हजार स्क्रीन्स में रिलीज हुई इस फिल्म के क्रेज को देखते हुए ट्रेड पंडितों ने इस फिल्म की पहले दिन की कलेक्शन का आंकड़ा चालीस करोड़ से ज्यादा होने की भविष्यवाणी कर रखी है। वैसे भी रजनी सर की इस फिल्म के डायरेक्टर पी. रंजीत के नाम इससे पहले ही अटकत्ती और मद्रास जैसी सुपर हिट फिल्में दर्ज हैं। ऐसे में रजनीकांत की इस नई फिल्म में रजनी फैंस के लिए बहुत कुछ है।
कहानी: कबालीशरण (रजनीकांत) मलयेशिया में कबाली के नाम से जाना जाता है, मलयेशिया की एक जेल से गैंगस्टर कबालीशरण की पूरे पच्चीस साल के बाद अब रिहाई हो रही है। कबाली की रिहाई को लेकर पुलिस-प्रशासन काफी सकते में है, पुलिस के साथ प्रशासन को भी यकीन है कि कबाली के जेल के बाहर आने के बाद शहर में अफरातफरी का माहौल होने के अलावा अपराध भी कई गुना बढ़ सकता है। दरअसल, कबाली अब भी उन लोगों को नहीं भूला है कि जिनकी वजह से उसने अपनी लाइफ का बड़ा हिस्सा जेल में गुजारा, सो पुलिस को लगता है कबाली जेल से छूटने के बाद अपने इन दुश्मनों को किसी भी कीमत पर नहीं छोड़ेगा। इस बीच शहर में सक्रिय हुआ एक दूसरा गैंग जिसकी पहचान 43 से है, जेल से कबाली के बाहर आने का इंतजार कर रहा है। ऐसे में, कबाली जेल से जब छूटकर बाहर आता है तो हैरान रह जाता है, कबाली गैंग के लोग अब भी गैरकानूनी काम करने में लगे हैं, लेकिन इन लोगों ने भी अपने नियम बना रखे हैं। जेल जाने से पहले कबाली ड्रग्स और जिस्मफरोशी से नफरत करता था, कबाली पहले ही अपनी खूबसूरत बीवी रूपा (राधिका आप्टे) के साथ बेटी भी खो चुका है। अब जब कबाली जेल से बाहर आ चुका है तो गैंग के लोगों को डर है कि कबाली उनके गैंरकानूनी धंधे को हमेशा के लिए खत्म कर देगा। मलयेशिया और भारत के बीच पनपती इस कहानी में कई ऐसे टर्निंग पॉइंट्स भी आते हैं जब दर्शक कबाली के अलग-अलग लुक और स्टाइल देखते हैं।