बर्लिन। जर्मनी की एमीलिया दुनिया की सबसे छोटी और कम वजनी बच्ची मानी जा रही है। जन्म के समय एमीलिया का वजन एक शिमला मिर्च जितना था यानी आठ औंस था। उसके पैर अंगूठे के बराबर थे और कुल लंबाई 22 सेंटीमीटर थी। डॉक्टर्स और परिवार ने उसकी देखरेख की, जिसके नौ माह बाद उसका वजन एक नवजात शिशु के बराबर का हुआ। आज नौ माह की ये नन्हीं फाइटर गर्ल स्वस्थ है और अपने परिवार के साथ खुश भी है।
लोकल रिपोर्ट्स के अनुसार एमीलिया जीवित रहने वाली विश्व की सबसे कम वजनी प्रीमेच्यॉर बेबी है। इससे पहले यह रिकॉर्ड रुमाइसा रहमान के नाम था। जन्म के वक्त उसका वजन 8.6 आउंस था, जबकि एमीलिया का वजन 8 आउंस था, यानी कि लगभग 227 ग्राम।
जर्मनी के सेंट मैरी हॉस्पिटल के गायनेकोलॉजिस्ट बहमन घारवी ने बताया कि, 14 आउंस का बच्चा भी बहुत मुश्किल से ही जीवित रह पाता है। हमें एमीलिया को भी धन्यवाद करना चाहिए, आखिर यह उसकी जीने की चाह ही तो है, जो वह आज जीवित है। अभी तक एमीलिया में डिसएबिलिटी के कोई साइन नजर नहीं आए हैं, यह अच्छी खबर है।
लोकल रिपोर्ट्स के अनुसार एमीलिया जीवित रहने वाली विश्व की सबसे कम वजनी प्रीमेच्यॉर बेबी है। इससे पहले यह रिकॉर्ड रुमाइसा रहमान के नाम था। जन्म के वक्त उसका वजन 8.6 आउंस था, जबकि एमीलिया का वजन 8 आउंस था, यानी कि लगभग 227 ग्राम।
जर्मनी के सेंट मैरी हॉस्पिटल के गायनेकोलॉजिस्ट बहमन घारवी ने बताया कि, 14 आउंस का बच्चा भी बहुत मुश्किल से ही जीवित रह पाता है। हमें एमीलिया को भी धन्यवाद करना चाहिए, आखिर यह उसकी जीने की चाह ही तो है, जो वह आज जीवित है। अभी तक एमीलिया में डिसएबिलिटी के कोई साइन नजर नहीं आए हैं, यह अच्छी खबर है।
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