मल्टीमीडिया डेस्क। स्मार्टफोन के कैमरे से आप केवल फोटो ही नहीं खींच सकते हैं। इससे कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी का पता भी लगाया जा सकता है।
ब्रिटेन की एक गैरसरकारी संस्था चाइल्डहुड आई कैंसर ट्रस्ट के विशेषज्ञों का कहना है कि स्मार्टफोन के कैमरे के फ्लैश से पांच वर्ष से कम उम्र वाले बच्चों में रेटिनोब्लास्टोमा (रेटिना में ट्यूमर) का समय रहते पता लगा पाना संभव है।
आंखों के कैंसर से पीड़ित बच्चों की पुतलियों के चारों ओर सफेद रंग के धब्बे उभर आते हैं। ये कैमरे के फ्लैश से आसानी से पकड़ में आ जाते है। ट्रस्ट की टीम ने एक ब्रिटिश महिला की चार माह की बेटी को इसके जरिये बचाने में सफलता भी हासिल की है।
रेटिनोब्लास्टोमा आमतौर पर बच्चों में ही होता है। इससे आंखों की रोशनी जाने का खतरा रहता है। ट्रस्ट के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जॉय फेलगेट ने बताया कि उनके इस शोध का उद्देश्य बच्चों को दृष्टिहीन होने से बचाना है।