जानिए कैसे हुई थी अंकल सैम यानी अमेरिका की खोज?
दुनिया का सबसे शक्तिशाली देश अमेरिका, एक ऐसा देश जिसका कोई भी फैसला पूरी दुनिया को प्रभावित करने की ताकत रखता है। वह देश जो अगर चाहे तो बस पलभर में दुनिया के नक्शे पर मौजूद किसी भी देश को बर्बाद करके रख दें और अगर चाहे तो फिर उसकी किस्मत ही बदल डाले। लेकिन क्या आप जानते हैं कि आखिर दुनिया के इस सबसे ताकतवर देश की खोज कैसे हुई थी।
कोलंबस ने खोजा अमेरिका!
- कहते हैं अमेरिका की खोज 1492 में क्रिस्टोफर कोलंबस ने की थी।
- कोलंबस स्पेन का एक नाविक था और सफर के दौरान ही अमेरिका की खोज कर डाली थी। ।
- कोलंबस के पास तीन जहाज, नीना, पिंटा और सैंटा मारिया थे।
- कोलंबस तीन अगस्त 1492 को स्पेन के पालोस बंदरगाह से इन जहाजों को लेकर निकले।
- उनका मकसद एशिया, भारत पहुंचना था जो कि उस समय सोने की खान था।
- भारत आकर कोलंबस को मसाले, सोने और मोतियों के तौर पर माल उठाना था।
- कोलंबस का पहला पड़ाव कैनेरी आईलैंड था और यहां हवा की कमी ने यात्रा में बाधा डाली।
- यात्रा काफी लंबी होती जा रही थी और क्रू के साथ उनका सब्र जवाब देने लगा था।
- अपने क्रू के डर और उसकी शंका को दूर करने के लिए उन्होंने दो लॉग तैयार किए।
- पहले लॉग के जरिए उन्होंने उस दूरी को दर्शाया जिसे वह हर दिन कवर कर रहे थे।
- दूसरे लॉग में उन्होंने उस दूरी को मापा जो कम थी।
- कोलंबस ने अपने फर्स्ट लॉग को उन्होंने क्रू से सीक्रेट रखा।
- दूसरे लॉग ने क्रू की चिंताएं उस बढ़ा दी थी।
- इस लॉग में तय हो चुकी दूरी की सही जानकारी नही थी।
- 10 अक्टूबर तक क्रू का डर उन्हें आपसी संघर्ष की ओर ले गया।
- कोलंबस ने उस समय वादा किया कि अगर दो दिनों तक उन्हें कोई जमीन नहीं दिखी तो फिर वह घर वापस लौट चलेंगे।
- अगले ही दिन या 11 अक्टूबर को उन्हें एक नई जमीन का पता लगा और यह नई जमीन अमेरिका की थी।